नई दिल्ली। हिन्दी दिवस के मौके पर आज केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गुजरात में एक समारोह को सम्बोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि देश और दुनिया के सभी हिन्दी प्रेमियों को हिन्दी दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। यह हम सबके लिए संविधान सभा के निर्णय को सिर्फ याद करने का दिन नहीं है। 75 साल से 100 साल ये जो अमृत काल है ये संकल्प लेने का और संकल्प सिद्धि करने का समय है। हमारी राजभाषा और हमारी स्थानीय भाषाएं विश्व की सबसे समृद्ध भाषाओं में से एक है। जब तक हम इस बात का संकल्प नहीं करते कि इस देश का शासन, प्रशासन, इस देश का ज्ञान और अनुसंधान हमारी भाषाओं में होगा, राजभाषाओं में होगा। तब तक हम इस देश की क्षमताओं का उपयोग नहीं कर सकतें। गुजरात के सूरत में हिन्दी दिवस समारोह-2022 एवं द्वितीय अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन को संबोधित करते गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि राजभाषा हिंदी के बिना ये राष्ट्र गूंगा है हिंदी ही इस राष्ट्र को बोलता कर सकती है। हम सभी देशवासियों को संकल्प लेने की जरूरत है कि 25 साल के अंदर हमारा देश भाषा की लघुता ग्रंथी से मुक्त होकर हमारी स्वभाषाओं में देश का विकास करेगा और देश को दुनिया के सर्वोच्च स्थान पहुंचाएगा। उन्होंने कहा कि राजभाषा हिंदी राष्ट्र को एकता के सूत्र में पिरोती है।
हिन्दी दिवसः गृहमंत्री शाह ने दी देशवासियों को शुभकामनाएं! बोले- ये संकल्प लेने और सिद्धि करने का समय, राष्ट्र को एकता के सूत्र में पिरोती है हिन्दी भाषा
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